उन बुरे लोगों की बुरी नज़र तो
हमेशा से ही उस पर रही है
कभी उसकी अजन्मी जान पर
तो
कभी उसके जिस्म के मकान पर
उनके नाम अलग हो सकते हैं
रूप और रिश्ते भी
पर नीयत
नीयत एक ही है उसके
जन्मे या अजन्मे अस्तित्व पर
जन्मे या अजन्मे अस्तित्व पर
कुठाराघात।।।।।।।
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