कौन किसी का अब होता
है
मतलब से ही सब होता
पहले अर्पण करना
पड़ता
झोली भरना तब होता
है
कुछ रिश्ते मतलब के
होते
पर कुछ का मतलब होता
है
अश्क,उदासी ,ख़ुशी,कहकहे
इनका एक सबब होता है
अश्क,उदासी ,ख़ुशी,कहकहे
इनका एक सबब होता है
लगता वो भगवान् किसी को
और किसी का रब होता है
कल की चिंता क्यूँ
हो आखिर
चिंता से कुछ कब
होता है
कब क्यूँ कैसे ,ये ना सोचो
होने दो जो जब होता
है
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